गीत,कविता और कहानी |
Posted: 21 Nov 2020 06:16 PM PST * आगे तिहार जेठोनी के * ***** आगे तिहार जेठोनी के, लगिन धराना हे नोनी के। जवान बेटा बाढ़े हे, जम्मो बूता ह माढ़े हे।। तुलसी मंडवा गड़ाना हे, कुसियार में सजाना हे। सालिक राम संग बिहा के, वृंदा के सती बचाना हे।। पथरा तार के बनगे पथरा , तुलसीमाई के धरे अंचरा । कथा कहानी बताये हे, नोहय जी ये ह मुँह अंखरा।। करम भुगतना सब ल परथे, का मनखे का भगवान । गरब गुमान सब छोड़व, बनव सुग्घर इनसान ।। देवता मन ह जागिन हे, तुंहर जागे के पारी हे। जागिन ते ह पाइन कहिथे, बात नोहय लबारी ये।। बात नोहय लबारी ये |
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