विश्व किताब दिवस म नानकुन कुण्डलियाँबाँटे सगरो बात सुन,जेकर निही हिसाब।हवय ज्ञान के कोठरी,कहिथे सखा किताब।कहिथे सखा किताब,सुनव गा संगी भइया।बने गोठ सब राख,गलत ला देवव तिरिया।कह दिनकर कविराज,गजब के बतिया छाँटे।बानी रोठ किताब ,ज्ञान के सागर बाँटे।-तोषण दिनकर पोस्ट लेखकGovinda Latiya हेल्लो दोस्तों मैं इस ब्लॉग का founder/Owner हूं। मैं अपने इस ब्लॉग पर टेक्निकल,बायोग्राफी,सुविचार,लाइफ स्टाइल से सम्बन्धित पोस्ट hindi me साझा करता हूं।
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