किताब (तोषण कुमार चुरेन्द्र"दिनकर") - हिन्दी दुनिया - Hindi Duniya
Responsive Ads Here

Post Top Ad

Your Ad Spot

शुक्रवार, 4 सितंबर 2020

किताब (तोषण कुमार चुरेन्द्र"दिनकर")

 


विश्व किताब दिवस म नानकुन कुण्डलियाँ

बाँटे सगरो बात सुन,जेकर निही हिसाब।
हवय ज्ञान के कोठरी,कहिथे सखा किताब।
कहिथे सखा किताब,सुनव गा संगी भइया।
बने गोठ सब राख,गलत ला देवव तिरिया।
कह दिनकर कविराज,गजब के बतिया छाँटे।
बानी रोठ किताब ,ज्ञान के सागर बाँटे।

-तोषण दिनकर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Top Ad

Your Ad Spot