गीत,कविता और कहानी |
Posted: 03 Jul 2020 09:17 AM PDT |
Posted: 02 Jul 2020 09:00 PM PDT जइसे के लिपट जाथे सांप चंदन से । वइसे ही लिपट जातेंव तोर बदन से । हमर प्रेम कहानी तो बहुत पुराना हे । तोर संग मे मया हे मोला बचपन से । कह नइ सकेंव, तेन बात अलग हे । चाहथौं मै तोला गोरी सच्चा मन से । नजर से तहीं कुछ ईशारा तो कर दे । राहत दिलादे मोर दिल के चुभन से । शीशा समझ के तै तोड़ झन देबे न । दिल तोला दिये हौं राखबे जतन से । काबर तै निकले रहे बिना चुनरी के । तोरे चर्चा सुने हौं आज सब झन से । **कृष्णा पारकर** |
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