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शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

गीत,कविता और कहानी

गीत,कविता और कहानी


Posted: 03 Jul 2020 09:17 AM PDT

तोर करस्तानी के बात अजब हे ।
मोर जिनगानी के, हाल गजब हे ।

रोना, सुसकना, वो ही कलपना ।
खुशी के मौका, आए ही कब हे ।

मैही तो गंवाए हौं अपनेआप से ।
तोर साथ मे तो आजभी सब हे ।

तोर बर प्यार मजाक ही रिहिस ।
बात मोर समझ मे आए अब हे ।

जा तोला दुनिया के सुख मिलय ।
अब मोर से तोला का मतबल हे ।

        **कृष्णा पारकर**

Posted: 02 Jul 2020 09:00 PM PDT

जइसे के लिपट जाथे सांप चंदन से ।
वइसे ही लिपट जातेंव तोर बदन से ।

हमर प्रेम कहानी तो बहुत पुराना हे ।
तोर संग मे मया हे मोला बचपन से ।

कह  नइ सकेंव, तेन बात अलग हे ।
चाहथौं मै तोला गोरी सच्चा मन से ।

नजर से तहीं कुछ ईशारा तो कर दे ।
राहत दिलादे मोर दिल के चुभन से ।

शीशा समझ के तै तोड़ झन देबे न ।
दिल तोला दिये हौं राखबे जतन से ।

काबर तै निकले रहे बिना चुनरी के ।
तोरे चर्चा सुने हौं आज सब झन से ।

         **कृष्णा पारकर**

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