गीत,कविता और कहानी |
Posted: 03 Nov 2020 06:39 PM PST फेर कईसे करव तोर भरोसा , जान सुन के देय मोला धोखा ।। कईसे मानव तोर लबारी गोठ ल , काकर करा करव सरीखिख सरेखा ।। आँखी मा देख , कान मा सून डारेव , मया के मेटागे खीचाय , हाथ ले रेखा ।। हरके बरजे ला नइ मानेस थोरको तँय , जोड़ी टूटगे बिरथा होगे मया लिखे लेखा ।। किरिया कसम ला रटाक ले टोर दे रानी , आखिर अपन असली रुप ला देस देखा ।। खुश रा हमेशा जेकर संग लेहस भाँवर , जमाना भर मया करबे झन देबे ओला धोखा ।। आर के रावटे |
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