गीत,कविता और कहानी |
Posted: 08 Jul 2020 07:05 PM PDT गिरे तै नजर ले, मोर आंखी के पानी होगए । कल तै मोर जान रहे , आज फलानी होगए । तोर नांव अउ तोर गांव मोला दुन्नो तड़पाथे । कईसे तोला भुलावं, तै अमर कहानी होगए । अपन रानी बना के , मै बसाए रहेंव मन मा । लेकिन" तै तो कोनो दुसर के दिवानी होगए । गरीब के मया हर, तोला चिटको नई भाईस । रूपिया-पईसा के मस्ती मा, मस्तानी होगए । तो फिर ठीक हे दुश्मनी करबे ईमानदारी से । गोरी मोर बर तै आज से पाकिस्तानी होगए । **कृष्णा पारकर** |
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