गीत,कविता और कहानी |
मोर छत्तीसगढ़ महातारी(तोषण कुमार चुरेन्द्र) Posted: 11 Jan 2021 05:52 AM PST मोर छत्तीसगढ़ महातारी तोर महिमा हावय भारी धान के कटोरा भावय भारत माँ के दुलारी.... नदिया नरवा डोंगरी पहाड़ी कोरा म तोर इतरावय हरियर हरियर खेती डोली पुरवइय्या संग लहरावय अमरइय्या म कुहकत हे मनमोहनी कोयलिया कारी मोर छत्तीसगढ़ महातारी तोर महिमा हावय भारी.... सुवा करमा पंथी ददरिया मान ल तोर बढ़ावय छत्तीसगढ़ मोर छंइहा भुंइया मया के अचरा ओढ़ावय तोर कोरा म गुँजत रहिथे लइका के किलकारी मोर छत्तीसगढ़ महातारी तोर महिमा हावय भारी हलधर बेटा सुत उठ के तोरे सेवा बजावय महिनत करके दिन रतिहा सोनहा धान उपजावय खाँध म नाँगर हाथ तुतारी बइला जेकर संगवारी मोर छत्तीसगढ़ महातारी तोर महिमा हावय भारी बीर नरायण गैंदसिंह नायक जस कतरो बलिदानी हे महातारी तोर रक्षा खातिर लिखदिस अमर कहानी हे दिनकर संग म गावत हे छत्तीसगढ़िहा ओरी पारी मोर छत्तीसगढ़ महातारी तोर महिमा हावय भारी... तोषण कुमार चुरेन्द्र "दिनकर" धनगाँव, डौंडी लोहारा बालोद छ.ग |
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