Posted: 13 Mar 2020 03:47 AM PDT
* जुरमिल कुछु करोना जी *
________*****________ चाचर मता दिस दुनिया म, सुरसा कस मुँहू फारत हे। चीन देश ल मइके बताथें, सब मनखे मन ल मारत हे।। नांव ऐकर करोना कहिथे, जुरमिल कुछु करोना जी । बाँचे के मरम ल जानव, कोन्हो झन डरोना जी।। धुकी दाई के रुप धरे हे, हावा संग म फइलत हे। बम बारुद ले जादा पावर, असने कथे ये वइरस हे।। मनखे के खांसे छींकें ले, एक दूसर म जावत हे। नाक मुँहू तुम तोप के राखव, जइसे डक्टर बतावत हे।। हाँथ जोड़ करव जोहार, हाँथ मिलाय ले बांचव। घेरी बेरी तुम हाँथ धोवव, मोरो बात चिटिक जांचव।। ___________********__________ नोहर आर्य, फरदडीह, जिला बालोद,छत्तीसगढ़ । |
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शुक्रवार, 13 मार्च 2020
जुरमिल कुछु करोना जी
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